गौरैया और बचपन - २० मार्च २०२४ का टास्क
नमस्कार बहनों, सखियों 🙏 मैं संध्या शर्मा आप सभी ने अपने शब्दों और भावों के रूप में जो उपहार दिया उसके लिए ख़ूब सारा प्यार और शुक्रिया आप सभी का। इतने सुंदर टास्क को सहेजना बहुत ज़रूरी था। इसलिए इसे ब्लॉग पर सहेज रही हूं। प्रस्तुत है आज का टास्क बुधवार - बचपन में धूम और मस्ती तो सभी ने को होगी। तो एक किस्सा अपनी शरारत का और ऐसे गीत जिन्हें हम जब बहुत खुश होते हैं तब सुनना पसंद करते हैं। आज गौरैया दिवस भी है तो बुलाइए अपने शब्दों और भावों की आवाज़ देकर प्यारी सी चिड़िया को भी 🙏 लीजिए प्रस्तुत है इस टास्क पर लिखी गई सुंदर सुंदर भावपूर्ण रचनाएं परिन्दों !!!! नीलम मिश्रा कहां से लाते हो यह हौसला और यह उड़ान न बारिश रोक पाती है तुम्हे न ही तुम उनको अलबत्ता एक अद्भुत सामंजस्य देख पाती हूँ तुम बारिश के रुकने तक पेडों के कोटरों में और बारिश के थमने पर उन्मुक्त आकाश में!!! तुमको कोई ट्रैफिक और जाम की फिक्र ...